पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी इलाके में एक ऐसी घटना घटी, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया, बल्कि काली माता के चमत्कार की चर्चा को भी हवा दे दी। बड़ाजामदा साप्ताहिक हाट के पास स्थित काली मंदिर में एक चोर ने चोरी का इरादा बनाया, लेकिन नशे और नींद ने उसे ऐसा सबक सिखाया कि वह रंगे हाथों पकड़ा गया। यह कहानी न केवल रोचक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कभी-कभी नियति अपने तरीके से इंसाफ करती है।
चोर की योजना और नशे का खेल
टंकीसाई का रहने वाला वीर नायक नामक युवक उस रात अपने दोस्तों के साथ खूब शराब पी चुका था। शराब के नशे में उसने काली मंदिर को अपना निशाना बनाया। सोमवार की देर रात, जब चारों ओर सन्नाटा था, वीर नायक ने मंदिर की दीवार फांदी और ताले को तोड़कर अंदर घुस गया। उसने माता की मूर्ति पर सजे कीमती गहने, पूजा की थाली, लोटा, घंटी और अन्य सजावटी सामान को एक थैले में समेट लिया। उसका इरादा था कि वह सामान लेकर फरार हो जाएगा, लेकिन शराब का नशा और थकान ने उसे मंदिर के फर्श पर ही सुला दिया।
सुबह की खोज और पुलिस का एक्शन
मंगलवार की सुबह, जब मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोग मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने दरवाजा खुला देखा। अंदर का नजारा और भी चौंकाने वाला था। एक अनजान व्यक्ति मंदिर के कोने में गहरी नींद में सो रहा था, और उसके पास रखा थैला चोरी के सामान से भरा हुआ था। लोगों ने तुरंत बड़ाजामदा पुलिस चौकी को सूचना दी। ओपी प्रभारी बालेश्वर उरांव और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर वीर नायक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने सारी बात कबूल कर ली। उसने बताया कि नशे की हालत में उसने चोरी की योजना बनाई थी, लेकिन नींद ने उसे धोखा दे दिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
काली माता का चमत्कार या संयोग?
स्थानीय लोगों के बीच इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोग इसे काली माता का चमत्कार मान रहे हैं, तो कुछ इसे महज एक संयोग। ओपी प्रभारी बालेश्वर उरांव ने हंसते हुए कहा, “शायद माता ने चोर को नींद में सुलाकर उसे पकड़वाने का इंतजाम कर दिया।” लोगों का कहना है कि शाम को वीर नायक नशे की हालत में मंदिर के आसपास घूमता दिखा था, शायद तब ही वह अपनी योजना बना रहा था। लेकिन माता की मर्जी के आगे उसकी एक न चली।