हरियाणा के फरीदाबाद में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। शादी से महज दो दिन पहले एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोप है कि उसकी होने वाली दुल्हन ने ही अपने प्रेमी और उसके साथियों को भेजकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिलवाया। यह घटना न केवल एक परिवार के सपनों को चकनाचूर कर गई, बल्कि समाज में प्रेम और विश्वास जैसे रिश्तों पर भी सवाल खड़े कर गई। आइए, इस दुखद घटना के बारे में विस्तार से जानें।
खुशियों भरा था गौरव का परिवार
फरीदाबाद के आईएमटी इलाके के सोतई गांव में प्रेमचंद अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके बड़े बेटे गौरव, जो एक निजी स्कूल में योग शिक्षक थे, की शादी बल्लभगढ़ की त्रिखा कॉलोनी की रहने वाली नेहा के साथ तय हुई थी। नेहा का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला था। 15 अप्रैल को दोनों की सगाई हुई, और 19 अप्रैल को शादी की तारीख तय थी। गौरव का परिवार शादी की तैयारियों में व्यस्त था, और घर में खुशी का माहौल था। लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह खुशी जल्द ही मातम में बदल जाएगी।
सड़क पर घेरकर की गई बेरहम पिटाई
17 अप्रैल को दोपहर करीब 1 बजे गौरव अपनी कार से बल्लभगढ़ शादी का सामान लेने गया था। जब वह अपने गांव के मोड़ पर पहुंचा, तभी कुछ हमलावरों ने उसे घेर लिया। रॉड और डंडों से लैस इन हमलावरों ने गौरव पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। उन्होंने उसके हाथ-पैर तोड़ दिए और सिर पर गंभीर चोटें पहुंचाईं। गौरव जब तक बेहोश होकर सड़क पर गिर नहीं गया, हमलावर उसकी पिटाई करते रहे। इसके बाद वे उसकी चेन और अंगूठी लूटकर फरार हो गए। एक राहगीर ने गौरव के फोन से उसके परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद परिवार उसे तुरंत निजी अस्पताल ले गया।
कोमा में गौरव ने खोला खौफनाक राज
अस्पताल में गौरव की हालत बेहद नाजुक थी। उसके शरीर में 12 से 15 जगह फ्रैक्चर थे, और सिर की चोटें गंभीर थीं। कोमा में जाने से पहले गौरव ने अपने पिता प्रेमचंद को बताया कि इस हमले के पीछे उसकी मंगेतर नेहा का हाथ है। उसने अपने प्रेमी सौरव नागर और उसके साथियों को गौरव की फोटो और पता भेजा था। गौरव ने यह भी बताया कि 28 मार्च को भी सौरव ने उसे धमकी दी थी, जिसकी शिकायत परिवार ने पुलिस से की थी। लेकिन इसके बावजूद यह खौफनाक घटना हो गई।
20 अप्रैल को टूटा परिवार का सपना
17 अप्रैल से गौरव कोमा में था और जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा था। डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की, लेकिन सिर की गंभीर चोटों के कारण 20 अप्रैल की सुबह उसने दम तोड़ दिया। गौरव की मौत ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। शादी की तैयारियों में जुटा परिवार अब अपने बेटे की अंतिम यात्रा की तैयारी करने को मजबूर था। इस दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
गौरव की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी सौरव नागर और उसके साथी सोनू को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, नेहा और उसका परिवार अभी फरार है। पुलिस ने बताया कि जल्द ही नेहा को भी हिरासत में लिया जाएगा। मामले की जांच जारी है, और पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।