हरियाणा के नूंह जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो समाज में रिश्तों की पवित्रता पर सवाल उठाती है। पुन्हाना थाना क्षेत्र के बासदल्ला गांव में एक 17 साल के युवक ने अपनी 40 वर्षीय सौतेली माँ के साथ ऐसा कदम उठाया, जिसने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि पूरे समाज को स्तब्ध कर दिया। यह कहानी न केवल भावनात्मक उथल-पुथल की है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे विश्वास और रिश्तों की नींव एक पल में हिल सकती है। आइए, इस मामले की पूरी सच्चाई को समझते हैं।
एक परिवार का दुखद इतिहास
रामकिशन, एक साधारण ग्रामीण, जिनका जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहा। लगभग 18 साल पहले उनकी शादी फिरोजाबाद की एक महिला से हुई थी, जिससे उनका एक बेटा पैदा हुआ। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था, और उनकी पहली पत्नी का देहांत हो गया। अकेलेपन और जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे रामकिशन ने सोहना की एक महिला से दूसरी शादी की। इस शादी से उन्हें एक बेटी हुई, और करीब 15 साल तक उनका जीवन सामान्य रूप से चलता रहा। लेकिन, अचानक एक दिन उनके जीवन में वह तूफान आया, जिसने उनकी दुनिया उजाड़ दी।
बेटे का आगमन और विश्वास का टूटना
रामकिशन का बेटा, जो अपनी माँ के देहांत के बाद अलग हो गया था, बरसों बाद अपने पिता का पता लगाकर पुन्हाना पहुँचा। शुरू में सब कुछ सामान्य था। बेटा अपने पिता और सौतेली माँ के साथ रहने लगा। रामकिशन ने बताया कि उनका बेटा अपनी सौतेली माँ को माँ की तरह सम्मान देता था, यहाँ तक कि उनके पैर भी छूता था। लेकिन यह स्नेह और विश्वास महज तीन महीने में ही एक ऐसी साजिश में बदल गया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। बेटे को अपनी सौतेली माँ से प्रेम हो गया, और एक दिन दोनों घर छोड़कर फरार हो गए।
रामकिशन की पीड़ा और लाचारी
रामकिशन के लिए यह घटना किसी बड़े आघात से कम नहीं थी। उन्होंने बताया, “मेरा अब इस दुनिया में कोई नहीं बचा। न बेटा, न पत्नी, और न ही कोई सहारा।” उनकी 40 वर्षीय पत्नी न केवल उनके बेटे के साथ भागी, बल्कि घर से 30 हजार रुपये नकद, चाँदी की पायल, सोने के कुंडल, हथफूल और चाँदी की तगड़ी भी ले गई। रामकिशन पिछले तीन महीनों से पुलिस और प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। हताश होकर उन्होंने सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज की, जिसमें उन्होंने सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।