उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। खासकर उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है, जिससे कई संपर्क मार्ग टूट गए हैं और गांवों का संपर्क मुख्य शहरों से कट गया है। पहाड़ों से गिरते मलबे और उफनती नदियों ने स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन ने तुरंत कदम उठाते हुए चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए स्थगित कर दिया है। यह निर्णय तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
बादल फटने से उत्तरकाशी में भारी नुकसान
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना ने कई गांवों में कहर बरपाया है। सड़कें, पुल और बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे राहत कार्यों में भी बाधा आ रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसी प्राकृतिक आपदा उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में पहुंच चुकी हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है।
चारधाम यात्रा पर असर
चारधाम यात्रा, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को उत्तराखंड की ओर खींचती है, इस बार मौसम की मार झेल रही है। गढ़वाल कमिश्नर के निर्देश पर यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाए। कई तीर्थयात्री देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे शहरों में रुके हुए हैं, जहां प्रशासन ने उनके लिए अस्थायी आश्रय और भोजन की व्यवस्था की है।
कृपया शासन-प्रशासन के दिशा निर्देशो का पालन करें, सुरक्षित स्थान पर बने रहें। #chardhamyatra2025 https://t.co/lgw2FwNess
— Uttarkashi Police Uttarakhand (@UttarkashiPol) June 29, 2025