सिरसा : सिरसा के सूबेदार लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए। शहीद सूबेदार जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स में थे। पिछले साल ही उन्हें सूबेदार के पद पर प्रमोशन मिला था। आज उनका पार्थिव देह सिरसा स्थित पैतृक गांव झोपड़ा में पहुंचेगा। उसके बाद उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। नायब सूबेदार बलदेव सिंह सियाचिन ग्लेशियर में देश सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
शहीद सूबेदार के पिता का निधन हो चुका है। घर में मां, भाई, पत्नी और 2 बच्चे हैं। शहीद सूबेदार बलदेव सिंह मूल रूप से एयरफोर्स सिरसा के सामने स्थित बीरपुर कॉलोनी के रहने वाले थे। उनके परिवार के मुताबिक सूबेदार बलदेव सिंह 24 साल पहले मार्च 2001 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स की 18वीं रेजिमेंट में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए थे। पिछले साल ही उन्हें प्रमोशन मिली थी। इसके बाद वह सूबेदार बन गए थे।
बताया जा रहा है कि सूबेदार बलदेव सिंह की रविवार सुबह तबीयत खराब हुई। इसके बाद सेना के जवान उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए। वहां पहुंचकर सूबेदार ने कहा कि सीने में दर्द हो रहा है। इसके बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू कर दिया। उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ जबकि तबीयत बिगड़ती चली गई और इलाज के दौरान ही उन्होंने आखिरी सांस ली।