लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, जो अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जानी जाती है, वहां एक ऐसी घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। एक महिला, जो अपने रिश्तों पर भरोसा करती थी, उसी भरोसे ने उसे ऐसी क्रूरता का शिकार बना दिया, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यह कहानी एक ऐसी महिला की है, जिसने एक पुरुष को अपना भाई माना, लेकिन उसी ने उसके साथ विश्वासघात किया और उसे ऐसी यातनाओं से गुजारा कि उसकी जिंदगी तहस-नहस हो गई।
दर्दनाक शुरुआत: एक टूटा हुआ परिवार
उन्नाव के मोहान रोड की रहने वाली एक महिला की जिंदगी 2010 में तब बदल गई, जब उसकी शादी मलीहाबाद के एक युवक से हुई। इस शादी से उसे दो बच्चे हुए—एक 8 साल की बेटी और एक 6 साल का बेटा। लेकिन पति की प्रताड़ना ने उसे इस कदर तोड़ दिया कि 2020 में वह अपने बच्चों के साथ अलग होकर लखनऊ के दुबग्गा इलाके में रहने लगी। यहीं उसकी मुलाकात काकोरी थाना क्षेत्र के मौरा गांव के अंशू मौर्य उर्फ अभय से हुई। अंशू, जो वाराणसी में एक मिठाई की दुकान पर काम करता था, ने मदद का वादा करके महिला के करीब आने की कोशिश की। महिला ने उसे अपना भाई माना, लेकिन उसकी नियत कुछ और थी।
भरोसे का दुरुपयोग: रेप से शादी तक
अंशू ने मौके का फायदा उठाकर महिला के साथ बलात्कार किया। इसके बाद उसने शादी का झांसा देकर उसे अपने जाल में फंसाया। उसने मंदिर में महिला से शादी कर ली और उसके घर पर ही रहने लगा। लेकिन उसका असली चेहरा जल्द ही सामने आया। वह कोई काम नहीं करता था और महिला के पैसों पर ऐय्याशी करता था। महिला ने अपने टूटे हुए रिश्ते को बचाने की उम्मीद में उसे मोबाइल की दुकान खोलकर दी। लेकिन अंशू की नीयत और खराब हुई। उसने महिला से बहन की शादी के नाम पर 5.60 लाख रुपये ले लिए और फिर दूसरी लड़की से शादी तय कर ली। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो उसे धमकियां मिलने लगीं।
क्रूरता की हद: गैंगरेप और हिंसा
16 मार्च को अंशू ने समझौते के बहाने महिला को अपने घर बुलाया। वहां उसने अपने परिजनों के साथ मिलकर महिला की बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद उसने फिर से उसके साथ बलात्कार किया। महिला ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद अंशू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। लेकिन जेल से छूटने के बाद उसकी क्रूरता और बढ़ गई। उसने महिला को केस वापस लेने के लिए धमकाया और गुरुवार को अपने साथियों के साथ उसे अगवा कर लिया। एक काली कार में उसका मुंह दुपट्टे से बांधकर उसे सुनसान जगह पर ले जाया गया, जहां रातभर उसके साथ गैंगरेप किया गया।
अमानवीयता की पराकाष्ठा: झाड़ियों में फेंका
आरोपियों की क्रूरता यहीं नहीं रु have. उन्होंने महिला को तब तक यातनाएं दीं, जब तक वह बेहोश नहीं हो गई। इसके बाद उसे बेरहमी से झाड़ियों में फेंक दिया। सुबह जब गांव वालों ने उसे इस हालत में देखा, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने महिला को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने लोगों में गुस्सा और आक्रोश पैदा कर दिया है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया और मुख्य आरोपी अंशू को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, महिला ने बताया कि अंशू के साथ एक अन्य व्यक्ति भी इस जघन्य अपराध में शामिल था। पुलिस ने मेडिकल जांच कराई और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले ने न केवल लखनऊ बल्कि पूरे देश में लोगों को स्तब्ध कर दिया है।