हरियाणा के जींद जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि समाज में व्याप्त दहेज प्रथा और महिलाओं के प्रति हिंसा की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है। एक विवाहिता ने अपने पति और ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न, मारपीट, और यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला न केवल कानूनी जांच का विषय बन गया है, बल्कि यह समाज के सामने एक सवाल भी खड़ा करता है कि आखिर कब तक महिलाओं को इस तरह की क्रूरता का सामना करना पड़ेगा?
शादी के नाम पर धोखा और प्रताड़ना
जींद के नरवाना क्षेत्र की रहने वाली इस महिला की शादी 2019 में हुई थी। उसने बताया कि शादी से पहले उसके पति ने यह सच छुपाया कि वह पहले से शादीशुदा है और बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर रहा है। शादी के बाद से ही महिला का जीवन नर्क बन गया। पति और ससुराल वालों ने दहेज के लिए लगातार उसका उत्पीड़न शुरू कर दिया। कार और अन्य महंगी चीजों की मांग ने उसके जीवन को और मुश्किल बना दिया। महिला का कहना है कि सास, ससुर, और ननदें भी उसे ताने मारती थीं और मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थीं।
यौन शोषण और अमानवीय व्यवहार
महिला ने अपने पति पर सबसे गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसे अपने दोस्तों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था। इतना ही नहीं, पति ने उसे पैसे कमाने के लिए अनैतिक कार्यों में धकेलने की कोशिश की। महिला ने बताया कि उसका पति कई अन्य महिलाओं के साथ अवैध संबंध रखता था, जिसके बारे में वह खुलेआम बात करता था। इस तरह की अमानवीय हरकतों ने महिला की जिंदगी को पूरी तरह बर्बाद कर दिया।
ससुराल से बेघर, शिक्षा पर भी रोक
जब महिला ने इस क्रूरता का विरोध किया, तो उसे ससुराल से निकाल दिया गया। वह अपने भाई के पास रहने को मजबूर हो गई। उसने बताया कि 19 मई को जब वह अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्र लेने ससुराल गई, तो उसे दरवाजे पर ही अपमानित किया गया। ससुर ने गालियां दीं और जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ मारपीट की कोशिश की। इस घटना ने महिला के धैर्य की सारी हदें पार कर दीं, और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया।
पुलिस की कार्रवाई और पीड़िता को सुरक्षा
महिला थाना पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पति, सास, ससुर, और दो ननदों समेत छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है, और पीड़िता की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए गए हैं।