राजस्थान के सीकर जिले में बाबा खाटूश्याम के विश्व प्रसिद्ध मंदिर में हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहाँ की आध्यात्मिक शांति और भक्ति का माहौल हर किसी को अपनी ओर खींचता है। लेकिन हाल के दिनों में, इस पवित्र स्थल पर श्रद्धालुओं के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। एक ताजा मामले ने फिर से खाटूश्याम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
किराए के विवाद ने लिया हिंसक रूप
सोमवार की रात, चित्तौड़गढ़ से खाटूश्याम दर्शन के लिए आईं सीमा और शबनम अपनी सहेलियों और बच्चों के साथ रींगस रेलवे स्टेशन की ओर लौट रही थीं। मंदिर में दर्शन के बाद, वे एक ऑटो में सवार हुईं। लेकिन रींगस स्टेशन पहुँचते ही ऑटो ड्राइवर ने तीन साल के बच्चे का भी किराया माँग लिया। इस बात पर शुरू हुआ छोटा-सा विवाद जल्द ही हिंसक रूप ले लिया। ड्राइवर ने सीमा को पाँच से सात थप्पड़ जड़ दिए, जिससे उनके चेहरे पर गंभीर सूजन आ गई। गुस्से में भरी सीमा और उनकी सहेलियों ने आत्मरक्षा में ड्राइवर को पकड़कर उसकी पिटाई की।
पुलिस की कार्रवाई और श्रद्धालुओं की माँग
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। मौके पर पहुँची पुलिस ने पीड़ित महिलाओं की शिकायत दर्ज की और कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन इससे पहले कि पुलिस कुछ कर पाती, आरोपी ड्राइवर अपना ऑटो लेकर फरार हो गया। पीड़ित सीमा ने कहा, “हमारे साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ भी हो सकता है। हम चाहते हैं कि इस ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।” उन्होंने मंदिर परिसर और आसपास की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएँ
खाटूश्याम मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट का यह पहला मामला नहीं है। हाल ही में, मध्य प्रदेश से आए कुछ श्रद्धालुओं को बारिश से बचने के लिए एक दुकान में शरण लेनी पड़ी। लेकिन दुकानदारों ने उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की और बात बढ़ने पर लाठी-डंडों से उनकी पिटाई कर दी। ऐसी घटनाएँ न केवल श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाती हैं, बल्कि इस पवित्र स्थल की गरिमा पर भी सवाल उठाती हैं।