मुस्लिम लड़की ने अपनाया हिंदू धर्म, फिर प्राचीन शिव मंदिर में रचाई शादी… परिवार तक नहीं पहुंचा!

आजमगढ़। फूलपुर तहसील के रम्मौपुर गांव में एक ऐसी प्रेम कहानी ने सभी का ध्यान खींचा है, जो न केवल दिलों को जोड़ती है, बल्कि सामाजिक सीमाओं को भी पार करती है। यह कहानी है तमन्ना और चंदन मौर्य की, जिन्होंने प्यार की राह पर चलते हुए न सिर्फ एक-दूसरे का साथ चुना, बल्कि सामाजिक और धार्मिक बाधाओं को भी पीछे छोड़ दिया। तमन्ना, जो अब तनु मौर्य के नाम से जानी जाती हैं, ने हिंदू रीति-रिवाज से मंदिर में चंदन के साथ शादी रचाई, जिसने पूरे गांव में चर्चा का माहौल बना दिया।

प्यार की शुरुआत और कोर्ट मैरिज

रम्मौपुर गांव की रहने वाली तमन्ना, जिनके पिता का नाम अनवर अहमद है, और गांव के ही चंदन मौर्य, जिनके पिता शेषनाथ हैं, पिछले तीन साल से एक-दूसरे के प्रेम में थे। दोनों का प्यार इतना गहरा था कि एक साल पहले उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली थी। यह फैसला उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि दोनों अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखते थे। फिर भी, प्यार की जीत हुई और उन्होंने अपने रिश्ते को कानूनी मान्यता दी। लेकिन उनकी कहानी यहीं खत्म नहीं हुई।

घर से भागने का साहस

30 मई को तमन्ना और चंदन एक बार फिर घर से भाग गए। तमन्ना के परिजनों ने दीदारगंज थाने में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 1 जुलाई को दोनों को ढूंढ निकाला। कोर्ट मैरिज के दस्तावेज दिखाने के बाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि दोनों बालिग हैं और उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है। पुलिस ने दोनों परिवारों को शांति बनाए रखने की सलाह दी और कानूनी प्रक्रिया का पालन करने को कहा।

मंदिर में रचाई शादी

तमन्ना ने न केवल चंदन के साथ अपने रिश्ते को मजबूत किया, बल्कि हिंदू धर्म अपनाते हुए अपना नाम तनु मौर्य रख लिया। शनिवार को फूलपुर तहसील के मकसुदिया स्थित प्राचीन शिव मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी रचाई। इस समारोह में तनु के परिवार की ओर से कोई मौजूद नहीं था, लेकिन चंदन के परिवार ने इस नए बंधन को स्वीकार किया। यह शादी न केवल उनके प्यार की मिसाल बनी, बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश छोड़ गई कि प्यार धर्म और परंपराओं से ऊपर है।

पुलिस की भूमिका और शांति की अपील

दीदारगंज थाने के थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों परिवार एक ही गांव के हैं, जिसके कारण पहले कुछ विवाद भी हुआ था। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति भंग न करने की हिदायत दी और चालान भी किया। उनका कहना है कि कानून के तहत दोनों बालिग हैं और उनकी शादी वैध है। पुलिस ने इस मामले में निष्पक्षता दिखाते हुए दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की, ताकि गांव में शांति बनी रहे।

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