क्या आप पक्षियों को ऐसे दाना डालते हैं? जानिए ये गलती कैसे बुलाती है दुर्भाग्य!

Vastu Tips : पक्षियों को दाना अर्पित करना हमारी संस्कृति में प्रेरक सेवा भावना से जुड़ा है। सुबह-सुबह छत पर दाने रखकर न केवल आत्मिक संतोष मिलता है, बल्कि प्रकृति से भी गहरा जुड़ाव बनता है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, ज्योतिष की दृष्टि से यह आदत सही है या नहीं? कहीं यह राहु-बुध की योग रचना का हिस्सा तो नहीं बन जाती?

राहु और बुध—ज्योतिष में क्या कहते हैं?

ज्योतिष में कहा गया है कि छत से संबंध राहु ग्रह से जुड़ा है, जबकि पक्षियों के संबंध बुध ग्रह से। जब आप छत पर दाना डालते हैं, तब राहु और बुध ग्रह का सम्मिलन होता है। ज्योतिष शास्त्र में यह मेल हर किसी के लिए लाभकारी नहीं माना गया।

दाने से उत्पन्न गंदगी—राहु का असहज असर

रोज दाना मांजने से छत पर गंदगी और नमी बढ़ने लगती है। पक्षियों की बूंदी और मल-मूत्र मिलकर वातावरण को दूषित कर देते हैं।

राहु स्वयं ही गुप्त और अशांत प्रभावों से परिचित है, और गंदगी इस प्रक्रिया को और तीव्र कर देती है। परिणामस्वरूप, मानसिक बेचैनी, भ्रम, और कभी-कभार आर्थिक बाधाएँ भी जन्म ले सकती हैं।

कब अधिक उच्च जोखिम की स्थिति बनती है?

यदि आपकी छत पहले से ही कबाड़, टूटे सामान या गंदगी से भरी हुई है और आप उसी जगह दाना छोड़ते हैं, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।

यह ज्योतिषियन के अनुसार राहु और शनि को कमजोर करता है, जिससे जीवन में रूकावटें, कानूनी मुसीबतें और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है।

क्या बिलकुल न करें पक्षियों को दाना?

बिलकुल नहीं! पक्षियों को दाना देना पुण्य और मानवीय सेवा का प्रतीक है। लेकिन तरीका और स्थान सामर्थ्य के अनुसार सही होना ज़रूरी है।

साफ-सुथरे स्थान का चुनाव

वह जगह चुनें जहाँ पहले से सफाई हो—जैसे पार्क, मंदिर परिसर या मोहल्ले के खुले क्षेत्र। इससे नमी, बदबू और गंदगी नहीं फैलती और राहु-बुध का असंतुलन भी नहीं होता।

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