उत्तर प्रदेश के एम्स थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शादी के महज तीन दिन बाद ही एक नवविवाहिता को अपने पति और ससुराल वालों के क्रूर व्यवहार का सामना करना पड़ा। यह कहानी न केवल एक महिला के दुख की है, बल्कि समाज में दहेज की लालच और महिलाओं के प्रति हिंसा की गहरी जड़ों को उजागर करती है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या शादी जैसा पवित्र बंधन भी दहेज और अपमान का शिकार बन सकता है?
शादी से पहले की चमक, बाद में अंधेरा
एम्स क्षेत्र की रहने वाली एक युवती की शादी 26 अप्रैल 2024 को चौरीचौरा के एक युवक से हुई थी। शादी से पहले, ससुराल वाले गोरखनाथ मंदिर में लड़की देखने आए थे। सब कुछ सामान्य लग रहा था। लड़के और उसके परिवार ने युवती को पसंद किया, और सगाई की रस्में पूरी हुईं। युवती के पिता ने अपनी बेटी की खुशी के लिए नौ लाख रुपये नकद, सोने के गहने और घरेलू सामान दहेज में दिए। लेकिन यह सब उस दुखद अनुभव की शुरुआत थी, जो युवती को ससुराल में झेलना पड़ा।
दहेज की मांग और अपमान का सिलसिला
शादी के बाद जब नवविवाहिता अपने ससुराल पहुंची, तो तीसरे दिन ही उसके पति ने उसका अपमान शुरू कर दिया। पति, जो रेलवे में नौकरी करता था, ने ताने मारते हुए कहा, “मुझे दहेज में कार चाहिए थी, तुम्हारे पिता ने मुझे ठगा है।” इतना ही नहीं, उसने युवती की शक्ल-सूरत पर टिप्पणी करते हुए उसे “चुड़ैल” कहा और चेहरे पर थूक दिया। यह अपमान यहीं नहीं रुका। पति ने बार-बार तलाक की धमकी दी और कहा कि वह दूसरी शादी करना चाहता है। उसने जानबूझकर अपनी पत्नी का नाम रेलवे के दस्तावेजों में नॉमिनी के रूप में दर्ज नहीं किया, जिससे उसकी मंशा और स्पष्ट हो गई।
ससुराल में हिंसा और प्रताड़ना
युवती ने जब अपने पति के व्यवहार की शिकायत अपनी सास और ससुर से की, तो उसे कोई सहारा नहीं मिला। उल्टा, ससुराल वाले भी उस पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार करने लगे। 15 मार्च को पति ने फिर से दहेज में कार न मिलने का ताना मारा और उसे पीटना शुरू कर दिया। 31 मार्च को स्थिति और बिगड़ गई, जब पति और ससुराल वालों ने मिलकर उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। आखिरकार, युवती के पिता को इसकी जानकारी हुई और वे उसे अपने साथ घर ले गए।
कानूनी कार्रवाई और समाज के लिए सबक
युवती की शिकायत पर एम्स थाना पुलिस ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि दहेज की मांग और महिलाओं के प्रति हिंसा जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने की जरूरत है। यह कहानी हर उस व्यक्ति को सोचने पर मजबूर करती है, जो दहेज को शादी की शर्त मानता है।