ईरान और इजरायल के बीच चल रही तनातनी अब और गंभीर मोड़ ले चुकी है। दोनों देशों के बीच लगातार हमले और जवाबी कार्रवाइयां क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा बन रही हैं। हाल ही में इजरायल ने तेहरान में एक सनसनीखेज हमला किया, जिसमें ईरान के सरकारी ब्रॉडकास्टिंग स्टूडियो को निशाना बनाया गया। इस हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें स्टूडियो में भयावह मंजर साफ देखा जा सकता है।
सोमवार को इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान में इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (IRIB) के मुख्य स्टूडियो पर हमला बोला। इस हमले ने न केवल ईरान को हिलाकर रख दिया, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान इस बढ़ते संघर्ष की ओर खींच लिया। तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हमले के दौरान स्टूडियो में एक महिला न्यूज एंकर लाइव प्रसारण कर रही थीं। अचानक तेज धमाकों की आवाज ने पूरे स्टूडियो को दहला दिया। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि धमाके के बाद मलबा गिरने लगा और एंकर घबराहट में वहां से भाग खड़ी हुईं।
स्टूडियो में मची अफरा-तफरी
हमले का वीडियो दिल दहला देने वाला है। स्टूडियो में तेज धमाकों के बीच दीवारें कांपने लगीं और पृष्ठभूमि में “अल्लाहु अकबर” की आवाजें गूंजने लगीं। यह दृश्य न केवल युद्ध की भयावहता को दर्शाता है, बल्कि उन पत्रकारों की जोखिम भरी जिंदगी को भी सामने लाता है जो युद्धग्रस्त क्षेत्रों में काम करते हैं। हमले के बाद स्टूडियो का प्रसारण तुरंत बंद हो गया, और ईरानी अधिकारियों ने इसकी कड़ी निंदा की।
#BREAKING
Video shows the moment the studio of IRIB News Channel hit by an Israeli strike. pic.twitter.com/s6podtyfnu— Tehran Times (@TehranTimes79) June 16, 2025
दोनों देशों में बढ़ता नुकसान
ईरान और इजरायल के बीच यह तनाव कोई नया नहीं है, लेकिन हाल के महीनों में यह और उग्र हो गया है। सूत्रों के अनुसार, इजरायल के हमलों में अब तक 200 से अधिक ईरानी नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि ईरान की जवाबी कार्रवाइयों में इजरायल में दो दर्जन से ज्यादा लोग मारे गए हैं। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले जारी रखे हुए हैं, जिससे मध्य पूर्व में अस्थिरता का माहौल और गहरा हो गया है।
वैश्विक चिंता और भविष्य की आशंका
इस ताजा हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी चिंतित कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह तनाव जल्द नियंत्रित नहीं हुआ, तो यह पूरे क्षेत्र को बड़े युद्ध की चपेट में ले सकता है। भारत सहित कई देश इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि इसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था और ऊर्जा आपूर्ति पर भी पड़ सकता है।