मानसून का मौसम अपने चरम पर है, और देश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। सावन की शुरुआत के साथ ही आसमान में बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली की चमक ने लोगों का ध्यान खींचा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 17, 18 और 19 जुलाई 2025 को कई राज्यों में भारी बारिश, आंधी-तूफान, और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। इस दौरान कुछ इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी मंडरा रहा है। आइए, जानते हैं कि इस बारिश का असर किन-किन राज्यों पर पड़ेगा और आपको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
उत्तर भारत में बारिश का कहर
उत्तर भारत में मानसून की गतिविधियां जोरों पर हैं। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड जैसे राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर में 17 जुलाई को तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश का अनुमान है, और तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। इससे दिल्ली में प्रदूषण स्तर में सुधार देखा जा रहा है, जहां AQI 60 के स्तर पर है।
बिहार और उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट
बिहार में मानसून ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। वैशाली, नालंदा, मुजफ्फरपुर, और सारण जैसे जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों तक 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, और गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी। नदियों के बढ़ते जलस्तर ने कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश में भी लखनऊ सहित 25 से अधिक जिलों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी है। गंगा, घाघरा, और गोमती जैसी नदियों में जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
दक्षिण भारत में मूसलाधार बरसात
दक्षिण भारत में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, और आंध्र प्रदेश में मानसून की सक्रियता ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। केरल में इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक दी, और अब तक रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो चुकी है। कन्नूर, इडुक्की, और एर्नाकुलम जैसे जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य नौ जिलों में येलो अलर्ट लागू है। छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी भारी बारिश का अनुमान है। हालांकि, महाराष्ट्र और गोवा में अगले 24 घंटों के बाद मौसम साफ होने की उम्मीद है।
पूर्वोत्तर और राजस्थान में भी अलर्ट
पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय, और अरुणाचल प्रदेश में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बारिश का कहर जारी रहेगा। दूसरी ओर, राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से जोधपुर, उदयपुर, और कोटा जैसे क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ का खतरा है। मौसम विभाग ने इन इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
सावधानियां और सुझाव
इस मौसम में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। निचले इलाकों में रहने वाले लोग नदियों और जलाशयों से दूरी बनाएं। भूस्खलन की आशंका वाले पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने से बचें। बिजली गिरने की स्थिति में खुले मैदानों और ऊंचे पेड़ों के नीचे न रुकें। मौसम विभाग की चेतावनियों पर नजर रखें और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। बारिश के दौरान ड्राइविंग करते समय सावधानी बरतें और गीली सड़कों पर वाहन धीरे चलाएं।