पेशावर ब्लास्ट से दहला पाकिस्तान! शहबाज शरीफ के करीबी नेता की मौत से मचा कोहराम

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहाट जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। गुरुवार को हुए एक भीषण गैस विस्फोट ने न केवल एक घर को तबाह किया, बल्कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के दिग्गज नेता और पूर्व संघीय मंत्री अब्बास खान अफरीदी की जिंदगी भी छीन ली। इस त्रासदी ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डुबो दिया है, जहां लोग उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि पाकिस्तान की राजनीति के लिए भी एक बड़ा झटका मानी जा रही है।

हादसे की दर्दनाक कहानी

कोहाट के एक शांत इलाके में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब अब्बास अफरीदी के घर में एक जोरदार धमाका हुआ। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह विस्फोट गैस रिसाव के कारण हुआ, जिसने देखते ही देखते घर के एक हिस्से को आग की लपटों में समेट लिया। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि आसपास के इलाके में भी दहशत फैल गई। इस हादसे में अब्बास अफरीदी समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश की। लेकिन, अफरीदी की हालत बेहद नाजुक थी और शुक्रवार को इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस हादसे ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे कोहाट और खैबर पख्तूनख्वा के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया। स्थानीय लोग और उनके राजनीतिक समर्थक इस अप्रत्याशित त्रासदी से स्तब्ध हैं।

अब्बास अफरीदी: एक प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तित्व

अब्बास खान अफरीदी का नाम पाकिस्तान की राजनीति में एक जाना-पहचाना चेहरा रहा है। वह न केवल PML-N के एक प्रमुख नेता थे, बल्कि पूर्व सांसद और सीनेटर के रूप में भी उन्होंने देश की सेवा की। खैबर पख्तूनख्वा में उनका प्रभाव इतना गहरा था कि लोग उन्हें क्षेत्रीय राजनीति का स्तंभ मानते थे। साल 2024 में उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था और PML-N से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन, इसके बावजूद वह सामाजिक कार्यों और राजनीतिक सलाहकार के रूप में सक्रिय रहे। उनकी मृत्यु ने क्षेत्र की राजनीति में एक ऐसी रिक्तता पैदा की है, जिसे भरना आसान नहीं होगा।

जांच में जुटी पुलिस, सच्चाई की तलाश

पुलिस ने इस दुखद घटना की गहन जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर इसे गैस लीकेज का हादसा माना जा रहा है, लेकिन पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही या अन्य संभावित कारणों की पड़ताल कर रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह के हादसे सुरक्षा मानकों की अनदेखी को उजागर करते हैं। लोग अब प्रशासन से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

समाज में शोक की लहर, सरकार की चुप्पी

अब्बास अफरीदी के निधन की खबर ने कोहाट और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ा दी है। उनके समर्थक और स्थानीय लोग उन्हें एक नेकदिल और जुझारू नेता के रूप में याद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके योगदान को सलाम कर रहे हैं। हालांकि, इस त्रासदी पर सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *